मात-पिता शिक्षक प्रथम , दूजे शिक्षाधाम
तीजे जड़-जंगम जगत , सबको करूँ प्रणाम ।।
नन्हें पौधों को दिया, स्नेह सींच विस्तार ।
माली बनकर आपने , सबको दिया सँवार ।।
भ्रम के अँधियारे घिरें , सूझे आर न पार ।
देकर दीपक ज्ञान का , करते पथ उजियार ।।
उच्च लक्ष्य सन्धान कर , करें राष्ट्र निर्माण ।
महिमा गुरुवर आपकी , गाते वेद-पुराण।।
लोभ , मोह , छल छद्म का ,सागर है संसार ।
जीवन नैया बढ़ चले , शिक्षक खेवनहार ।।
निर्माता हैं राष्ट्र के , रविकर-निकर समान ।
सदा हृदय से कीजिए, शिक्षक का सम्मान ।।
व्यस्त रहें शिक्षक सदा, हो कोई अभियान ।
अध्यापन का दीजिए , समय इन्हें श्रीमान ।।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति , प्रसिद्ध शिक्षाविद्, महान विचारक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयन्ती पर उन्हें शत् शत् नमन तथा सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🙏💐
डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteसुन्दर शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत-बहुत आभार आपका 🙏
Deleteअत्यन्त सुंदर, प्रशंसनीय कविता है यह। अभिनंदन एवं शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबहुत-बहुत आभार आपका 🙏
Deleteअनुपम
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद मनोज जी 🙏
Deleteबहुत सुंदर, आदरणीया शुभकामनाएँ
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद आपका 💐🙏
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