डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
मेरी दुआएँ
सजनी सदा संग
पिया का पाएँ |१
हों दीर्घ आयु
सफलता के ऊँचे
शिखर पाएँ |२
शृंगार मेरा
तेरी याद कजरा
प्रीत मेहंदी |३
लाज चूनर
उमंगों के कंगन
अर्घ प्रेम का |४
सौभाग्य माँगू
खुशियों की पायल
बजती रहे |५
सुनो न चाँद
मैं तो बस हो रहूँ
तेरी चाँदनी |६
न आँसू तुम
कजरा भी नहीं हो
नैनों में बसे |७
हैं तो तुम्हारी
बस मुझको प्यारी
सुधियाँ सारी |८
सुख अपार
जीवन में भरा हो
प्यार ही प्यार |९
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बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-10-2013) "जन्म-ज़िन्दग़ी भर रहे, सबका अटल सुहाग" (चर्चा मंचःअंक-1407) पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
रचनाओं के प्रति इस स्नेह और सम्मान के लिए बहुत बहुत आभार आपका |
Deleteसादर !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteरचनाओं के प्रति इस स्नेह और सम्मान के लिए बहुत बहुत आभार आपका |
Deleteसादर !
कितना कठिन कम कितनी आसानी से कर दिखाया है।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार ...संतोष पाण्डेय जी |
Deleteसादर !