1-डॉ ज्योत्स्ना
शर्मा
1
दिल तो चाहे- 
बिखरा दूँ कलियाँ 
राहों में तेरी ।
2
चुन लूँ काँटे 
पथ से मैं
तुम्हारे 
खिलें बहारें ।
3 
आशा की धूप
खुशियों की चाँदनी 
भर दे रूप
। 
4
तेरी मुस्कान- 
निशा मेरे मन की 
पाए विहान ।
5
ओ साथी मेरे 
नयन -अश्रु तेरे 
हो दर्द मेरे ।
6 
मन पुकारे 
दु:ख ,सन्ताप  हारें 
सजें सितारे ।
7
क्यों हो बेरंग 
एक ही तो
सबके 
लहू का रंग
।
-0-
सभी बहुत सुंदर हैं :)
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका !
Deleteक्यों हो बेरंग
ReplyDeleteएक ही तो सबके
लहू का रंग ..
लाजवाब ... सभी हाइकू कमाल के हैं ...
बहुत बहुत धन्यवाद आपका !
Deleteवाह! वाह! बहुत सुन्दर, सरस दुआएँ सखी !
ReplyDeleteसभी हाइकु एक से बढ़कर एक !
मन प्रसन्न हो गया। :-)
सादर
बहुत बहुत धन्यवाद आपका !
Deleteसुन्दर, भावपूर्ण हाइकु
ReplyDeletehruday se abhaar aapaka !
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