डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
नवल वर्ष बरसाइए ,
प्रेम-सुधा रस धार |
मन से मन मिलकर खिलें ,
महकी बहे बयार ||
नए वर्ष में दीजिए ,
बन माली उपहार |
निर्भय हो कलियाँ करें ,उपवन का शृंगार ||
घोर तमस पर भोर की ,
किरनें पाएँ जीत |
कलरव कर पंछी रचें ,
खुशियों का संगीत ||
वल्लरियाँ विश्वास की ,
हों आशा के फूल |
नूतन वर्ष मनाइए ,
तज तृष्णा के शूल ||
अनाचार का अंत हो ,
सत्पथ का निर्माण |
करें सुमंगल शारदे ,
कलम रचे कल्याण ||
शीश चुनरिया सीख की ,
मन में मधुरिम गीत |
बाबुल तेरी लाडली ,
कभी न भूले रीत ||
खुशबू के मिस फूल ने भेज दिया सन्देश |
हाल हमारा पूछने ,
आओ तो इस देश ||
तितली ने छुपकर पढ़े ,
सभी सुमन के पत्र |
सोच समझ उड़ना सखी ,
वन, उपवन , सर्वत्र ||
हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ
ज्योत्स्ना शर्मा
सार्थक प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (02-01-2015) को "ईस्वीय सन् 2015 की हार्दिक शुभकामनाएँ" (चर्चा-1846) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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नव वर्ष-2015 आपके जीवन में
ढेर सारी खुशियों के लेकर आये
इसी कामना के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हृदय से आभार आपका !
Deleteसादर
ज्योत्स्ना शर्मा
....और बहुत बहुत शुभ कामनाएँ !
Deleteसादर
ज्योत्स्ना शर्मा
............. अनुपम भाव संयोजन
ReplyDeleteRecent Post शब्दों की मुस्कराहट पर पुरानी डायरी के पन्ने : )
हृदय से आभार आपका !
Deleteसादर
ज्योत्स्ना शर्मा
आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ .....!!
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका , सपरिवार आपके लिए भी हार्दिक शुभ कामनाएँ !
Deleteसादर
ज्योत्स्ना शर्मा
सुन्दर भावाभिव्यक्ति...नए साल की हार्दिक शुभकामनाएँ...
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका , सपरिवार आपके लिए भी हार्दिक शुभ कामनाएँ !
Deleteसार्थक प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको भी नए साल 2015 की बहुत बहुत हार्दिक मंगलकामनाएं!
This comment has been removed by the author.
Deleteहृदय से आभार आपका , सपरिवार आपके लिए भी हार्दिक शुभ कामनाएँ !
Deleteमैं तो अब तक गायब रहा । यह दोहा मन मोह गया । नई संकल्पना , नया शब्दचित्र
ReplyDeleteखुशबू के मिस फूल ने भेज दिया सन्देश |
हाल हमारा पूछने , आओ तो इस देश ||