अक्षत आशाएँ रहें , रोली हो विश्वास ,
भले नयन से दूर हो ,मन से हर पल पास |
मन से हर पल पास ,ध्यान बस रहे तुम्हारा ,
सुख ,समृद्धि अपार ,प्यार भी तुम पर वारा |
भूल न पाए भ्रात , रहे कर्त्तव्यों में रत |
मन के मंगल भाव ,रहें सब आशा अक्षत ||१
राखी मंगल कामना ,शुभ आशिष ,उपहार ,
भाई के मन बाँधती , इक धागे से प्यार |
इक धागे से प्यार ,सजाती सुन्दर मोती ,
माँग प्रभु से सार ,सुखों की लड़ी पिरोती |
मात-पिता -तुम संग ,मुदित है मन का पाखी ,
सँवरा घर-संसार , लाज भैया ने राखी ||२
रक्षा बंधन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ ..
ज्योत्स्ना शर्मा
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नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार (20 -08-2013) के चर्चा मंच -1343 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
bahut khub .. raksha bandhan ki shubhkamnayen..:)
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
भाई बहन के प्रेम के भाव लिए हुए बहुत बेहतरीन रचना !!
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
आपकी यह रचना कल मंगलवार (20-08-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा अंक -2: रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
भाई बहन के पवित्र प्यार के प्रतिक रक्षा बंधन के शुभ अवशर पर बहुत ही सुन्दर प्रस्तुती, आभार।
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
राखी पर्व पर सुन्दर कामना एंव आशिष से समाहित रचना ....
ReplyDeleteबधाई आपको भी ....
बहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
बहुत सुन्दर रचना....
ReplyDeleteरक्षा बंधन के पावन पर्व पर आपको शुभकामनाएँ..
:-)
बहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
बहुत ही बढिया कविता ! शब्दों और भावों का लाजवाब संयोजन !!
ReplyDeleteरक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं !!!!
बहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
कुण्डलिया जैसे छन्द का भी महत्त्व बढ़ गया है , क्योंकि एक -एक शब्द भाव- माधुर्य से पगा हुआ है ।इस तरह की रचनाओं से साहित्य की गरिमा बनती है। हार्दिक शुभकामनाएँ। रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
भाई बहन के रिश्तों की मिठास लिए सुन्दर रचना
ReplyDeleteरक्षाबंधन की बधाई व शुभकामनाएँ !
बहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
संवेदनशील भावपूर्ण ओर सुन्दर रचना , बधाई ओर शुभकामनायें ...
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
कुण्डलियाँ.....पावन प्रेम के इस पर्व पर बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति । बधाई ज्योत्स्ना जी !
ReplyDeleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
सुन्दर ,सरल और प्रभाबशाली रचना। बधाई। कभी यहाँ भी पधारें।
ReplyDeleteसादर मदन
http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
http://saxenamadanmohan.blogspot.in/
बहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!
उत्तम प्रस्तुति।।।
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Deleteबहुत आभार और शुभ कामनाएँ !!
Deleteसादर !!