नव संवत्सर, गुडी पाडवा ,चेटी चण्ड एवं उगादी पर्व की हार्दिक शुभ कामनाएँ !
-डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
मेरे घर से आप का ,
यूँ तो घर है दूर
मगर दुआ के पेड़ हैं,
छाया ,फल भरपूर
माँ मंजूषा स्नेह की ,
माँ ममता की खान
संचित शत सद्कर्म से ,मिले भक्ति वरदान
जन्मा,पाला,दंड दे, दिया सुघड़ मन,
वेश
माँ तुझमें तीनों बसे ,ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश
~~~~~*****~~~~~
(चित्र गूगल से साभार )
माँ तुझमें तीनों बसे ,ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश
ReplyDeleteबहुत आभार ...शुभ कामनाएँ !
Deleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (09-04-2016) को "नूतन सम्वत्सर आया है" (चर्चा अंक-2307) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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चैत्र नवरात्रों की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत आभार ...शुभ कामनाएँ !
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ReplyDeleteThanks a lot !
Deleteबहुत सुंदर । नव वर्ष की मंगलकामनाय ।
ReplyDeleteBahut aabhaar ...shubh kaamanaayen !
Deleteबहुत सुंदर, शुभकामनाएँ
ReplyDeletehruday se aabhaar aapakaa !
Deleteमाँ तो अतुलनीय, अकल्पनीय है ... सब कुछ जो है ... बहुत शुभकामनायें ...
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका !
Deleteहार्दिक धन्यवाद 🙏
Deletebahut sundar !
ReplyDeleteहिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
Hruday se aabhaar !
ReplyDeleteBahut pyari !
ReplyDeleteबहुत आभार ज्योत्स्ना जी 🙏
DeleteBahut pyari !
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