हिंदी दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ ......
डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
भारत का ,भारती का
शोभन शृंगार हिंदी ,
माँ! अनेक आभरण हैं ,
हुई कण्ठहार हिंदी !
प्रगति का ,परम्परा का
सुखदायी योग तुझमें ,
ममता और त्याग ,भक्ति
ओजस नियोग तुझमें |
पीयूष-पयोधि, रस का ,
अतुलित आगार हिंदी ||
भारत का, भारती का
शोभन शृंगार हिंदी ,
माँ ! अनेक आभरण हैं ,
हुई कण्ठहार हिंदी !
बढ़कर विजय के पथ पर
अब कहीं कदम न ठहरे ,
जग में पताका यश की
दिग-दिगंत मात फहरे |
प्रतिपल हृदय का तुझसे
जुड़े तार-तार हिंदी ||
भारत का , भारती का
शोभन शृंगार हिंदी ,
माँ ! अनेक आभरण हैं ,
हुई कण्ठहार हिंदी !
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चित्र गूगल से साभार
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (15-09-2014) को "हिंदी दिवस : ऊंचे लोग ऊंची पसंद" (चर्चा मंच 1737) पर भी होगी।
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चर्चा मंच के सभी पाठकों को
हिन्दी दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हार्दिक धन्यवाद आदरणीय !
Deleteसुंदर प्रस्तुति । हिंदी दिवस पर शुभकामनाऐं ।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद आदरणीय !
Deleteबहुत ही सुंदर , हिंदी दिवस की शुभकामनाएं !
ReplyDeleteI.A.S.I.H - ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बहुत बहुत आभार आशीष भाई ...शुभ कामनाएँ !!
ReplyDeleteअहा ! आज के दिन इससे सुंदर पंक्तियां और क्या हो सकती हैं भला । बहुत ही सुंदर ..हिंदी दिवस की शुभकामनाएं स्वीकारें
ReplyDeleteइस सहृदय प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत आभार संजय जी ...शुभ कामनाएँ !
ReplyDeleteभारत का, भारती का
ReplyDeleteशोभन शृंगार हिंदी...
बहुत ख़ूब, सुंदर और सारगर्भित रचना....हिंदी दिवस पर उत्कृष्ट प्रस्तुति...
हिंदी अपनी शान है, हिंदी ही पहचान...हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई!!
इस सहृदय प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत आभार हिमकर श्याम जी ...शुभ कामनाएँ !
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