दिल ये चाहे
बिखरा दूँ कलियाँ
राहों में तेरी ।
न आँसू तुम
कजरा भी नहीं हो
नैनों मे बसे ।
चिरसंगिनी
खुशियाँ हों तुम्हारी
दुआ हमारी ।
लाज-चूनर
उमंगों के कंगन
प्रेम का अर्घ्य ।
सौभाग्य माँगूँ
खुशियों की पायल
बजती रहे ।
हों पूरे सदा-
नयनों में सजे जो,
ख्वाब तुम्हारे ।
तेरे प्यार ने
नहीं बुझने दिया
जीवन-दिया ।
मेरी दुआएँ
सजनी सदा संग
पिया का पाएँ ..... करक चतुर्थी पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐
ज्योत्स्ना
मेरी दुआएँ
ReplyDeleteसजनी सदा संग
पिया का पाएँ .....करक चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ !
सुन्दर | शुभकामनाएं |
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद 🙏
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर शनिवार 02 नवंबर 2023 को लिंक की जाएगी ....
ReplyDeletehttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
बहुत-बहुत आभार 🙏
Deleteआदरणीया मैम, बहुत ही सुंदर एवं भावपूर्ण रचना । प्रत्येक स्त्री के जीवन में सुख और सौभाग्य की कामना करती हर पंक्ति अपने आप में अत्यंत मधुर है। पर्वों की बेला की हार्दिक शुभकामनायें । हार्दिक आभार एवं पुनः प्रणाम ।
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका, शुभकामनाएं 💐🙏
Deleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद 🙏
Deleteदुआएँ, फलीभूत हों 🙏
ReplyDeleteबहुत आभार आपका 🙏
Deleteआपके ब्लॉग की परिचय-पंक्ति को ही चरितार्थ करते हैं ये उद्गार - सहज भावों की अभिव्यक्ति। अभिनंदन एवं शुभकामनाएं।
ReplyDeleteहृदय से आभार आपका 🙏
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