Saturday, 24 November 2012

साँझ सखी


3 comments:

  1. सुंदर हाइकु ज्योत्स्ना जी

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  2. मैं भी संग तिहारे ,
    उदासी दूर भगा लूँ ...

    बहुत सकारत्मक सोच !
    शुभकामनायें!

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  3. बहुत सुन्दर हाइगा है ।

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