145-जय हिंद
जिसके ऐसे बलिदानी सुत , उसकी मात नहीं होगी
बिखरीं यश की अमर रश्मियाँ, तय है रात नहीं होगी
धरती से अम्बर तक गूँजें ...... गाथाएँ बलिदानों की
बात तुम्हारी ही होगी ....बस तुमसे बात नहीं होगी ....
माँ भारती के अमर सपूतों को नमन के साथ आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🙏💐
Jyotsna Sharma
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (16-08-2020) को "सुधर गया परिवेश" (चर्चा अंक-3795) पर भी होगी।
ReplyDelete--
स्वतन्त्रता दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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हृदय से आभार आपका 🙏
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteजय हिंद 🙏
Deleteसुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद 🙏
Deleteजय हिन्द ।
ReplyDeleteउत्तम ।
बहुत बहुत आभार 🙏
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