Thursday, 11 August 2022

177- शुभ रक्षाबंधन









10 comments:

  1. अत्यंत भाव प्रवण संदेश। शुभ राखी।

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    1. हृदय से आभार आदरणीय, अनन्त शुभकामनाएँ 🙏💐

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  2. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शुक्रवार 12 अगस्त 2022 को 'जब भी विपदा आन पड़ी, तुम रक्षक बन आए' (चर्चा अंक 4519) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:30 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।

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    1. रचना के प्रति आपके स्नेह और सम्मान के लिए हृदय से आभारी हूँ, चर्चामंच पर मेरी पोस्ट का चयन मेरे लिए गर्व का विषय है। अवश्य उपस्थित रहूँगी 🙏

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  3. बहुत ही सुन्दर रचना

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    1. स्नेह सिक्त प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद अभिलाषा जी 🙏

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  4. भावपूर्ण और सुंदर

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    1. हृदय से आभार आदरणीय 💐🙏

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