वीर भरें हुंकार हमारे , नए साल में ,
डर कर भागें वैरी सारे , नए साल में !
असत सत्य के आगे हारे , नए साल में ,
चहुँ दिशि फैले हों उजियारे ,नए साल में !
मिट जाएँ जग के अँधियारे ,नए साल में ,
चमकें आशाओं के तारे , नए साल में !
यथासमय बरसें घन कारे ,नए साल में ,
महकें घर, वन, उपवन सारे ,नए साल में !
भरें खेत, खलिहान हमारे , नए साल में ,
भूख किसी को कहीं न मारे ,नए साल में !
शिक्षा-दीप जलें हर द्वारे , नए साल में ,
मिले न कोई हाथ पसारे , नए साल में !
सजें नयन में सपने प्यारे ,नए साल में ,
पूरे हों सारे के सारे , नए साल में !
छोड़-छाड़कर नखरे सारे, नए साल में ,
प्यार , प्यार से रोज़ पुकारे , नए साल में !
चख लें सुख के शक्करपारे , नए साल में ,
मधुरिम हों उद्गार हमारे , नए साल में !
मात शारदा खूब दुलारे , नए साल में ,
हों कवियों के वारे-न्यारे , नए साल में !
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ डॉ.ज्योत्स्ना शर्मा