दिल ये चाहे
बिखरा दूँ कलियाँ
राहों में तेरी ।
न आँसू तुम
कजरा भी नहीं हो
नैनों मे बसे ।
चिरसंगिनी
खुशियाँ हों तुम्हारी
दुआ हमारी ।
लाज-चूनर
उमंगों के कंगन
प्रेम का अर्घ्य ।
सौभाग्य माँगूँ
खुशियों की पायल
बजती रहे ।
हों पूरे सदा-
नयनों में सजे जो,
ख्वाब तुम्हारे ।
तेरे प्यार ने
नहीं बुझने दिया
जीवन-दिया ।
मेरी दुआएँ
सजनी सदा संग
पिया का पाएँ ..... करक चतुर्थी पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐
ज्योत्स्ना