Monday, 15 February 2021

154- जय माँ शारदे

 

                                (चित्र गूगल से साभार)


                    वागीश्वरी ! हे हंसासना माँ !
                  अर्चन तेरा ,हम करें साधना माँ !

                    तू स्वर की जननी , सुरों से सजा दे
                    चलें जिसपे वो सत्य का पथ दिखा दे
                    निराशा के छाने लगें जब अँधेरे
                    आशा की किरणें हृदय में जगा दे
                    उजालों की तुझसे करें याचना माँ !
                    अर्चन तेरा ••••••

                    दुखी , तप्त जीवन को खुशियों से भर दे
                    जला ज्ञान का दीप उजियार कर दे
                    बजे राग-वीणा , हो हर साँस रसमय
                    स्वर लेखनी को तू इतना मधुर दे
                    मिलकर करें तेरी आराधना माँ !
                    अर्चन तेरा हम करें ••••••

                    जगत के लिए हो जो कल्याणकारी
                    निष्ठा रहे नित उसी में हमारी
                     मिटे वैर, माँ द्वेष का लेश हो न
                    परस्पर कहीं भी कोई क्लेश हो न
                    सदा स्नेह से हो भरी भावना माँ !
                    अर्चन तेरा हम करें साधना माँ

                    वागीश्वरी ! हे हंसासना माँ !
                    अर्चन तेरा ,हम करें साधना माँ !

                             डॉ ज्योत्स्ना शर्मा 

                                 वसंत पंचमी 

23 comments:

  1. जय माँ शारदे 🙏
    वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ !

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  2. बहुत ही सुंदर गीत 👌👌
    वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  3. हृदय से आभार आपका 🙏

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  4. अति-सुंदर, अति-प्रशंसनीय वंदना मां शारदा की । कोटि-कोटि अभिनंदन इस कालजयी सृजन के लिए ।

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    1. सुन्दर, प्रेरक प्रतिक्रिया के लिए हृदय से आभार आपका 🙏

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  5. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (17-02-2021) को  "बज उठी वीणा मधुर"   (चर्चा अंक-3980)   पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    -- 
    बसन्त पञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

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    1. सुन्दर,प्रेरक उपस्थिति के लिए हृदय से आभार आपका 🌻🙏🌻

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  6. मनभावन और माँ सरस्वती का गुणगान एवं निवेदन करती कृति
    . मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है..

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  7. सुन्दर प्रेरक प्रतिक्रिया सहित उपस्थिति के लिए हृदय से आभार जिज्ञासा जी 🌻🙏🌻

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  8. बहुत ही सुंदर गीत । वसंत पंचमी की शुभकामनाएँ ।

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    1. स्नेहसिक्त उपस्थिति के लिए हृदय से आभार आपका 🙏

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  9. बहुत अच्छी प्रार्थना

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    1. सुन्दर, प्रेरक प्रतिक्रिया के लिए हृदय से आभारी हूँ 🙏

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  10. बहुत सुंदर वंदना

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  11. हार्दिक धन्यवाद आपका , जय माँ शारदे 🙏

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  12. माँ सरस्वती का गुणगान एवं निवेदन करती वंदना

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  13. हृदय से आभार संजय जी, जय माँ शारदे 🙏

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  14. बहुत सुन्दर स्तुति

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  15. हार्दिक धन्यवाद 🙏

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  16. अति सुंदर सृजन, पढ़कर हृदय आनन्दित हो गया

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    1. हृदय से आभार सुनीता जी, जय माँ शारदे 🙏

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